कल से चैत्र नवरात्रि,आइए जानते है कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

भीषण गर्मी में कवर्धा वनमंडल अंतर्गत के क्षेत्रों में कर रहे आग पर नियंत्रण गेहूं खरीद में चार जिलों में अब होगी छापामारी कल से शुरू होगा प्रत्याशियों का नामांकन रांची लोकसभा सीट कांग्रेस प्रत्याशी यश्विनी सहाय नामांकन हमीरपुर में प्रेक्षक ने किया स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थल इस्कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन टोंक : नेशनल हाईवे 52 पर सड़क हादसे में दो की मौत, तीन घायल तीसरे चरण के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना श्रीगंगानगर : वेश्यावृति के अड्डे का पर्दाफाश,11 लोगो को किया गिरफ्तार आज का राशिफल महाराष्ट्र में मुंबई सीमा शुल्क अधिकारियों ने जब्त किया 12.74 किलोग्राम सोना रंगोली बनाकर मतदान के लिए किया जागरूक सहरसा में आयोजित हुआ स्वीप जागरूकता अभियान उदयपुर : भामाशाहों की मदद लेकर स्मार्ट टीवी लगाकर स्मार्ट क्लास रूम तेजस्वी पहुंचे उदाकिशुनगंज विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री के साथ की राष्ट्रपति की अगवानी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग युद्धस्तर पर जुटा The Great Indian Kapil Show: खत्म हुई कपिल शर्मा के शो के पहले सीजन की शूटिंग परीक्षा परिणामों के मद्देनजर विद्यार्थियों को तनावमुक्त करने विभिन्न जिलों में कार्यशाला का आयोजन विशेष पिछड़ी जनजाति के बैगा मतदाताओं को वोट डालने कलेक्टर ने दिया नेवता

कल से चैत्र नवरात्रि,आइए जानते है कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त

Gauri Manjeet Singh 01-04-2022 17:37:39

गौरी मंजीत सिंह, 
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,

चैत्र नवरात्र दो से प्रारंभ है। महानवमी 10 अप्रैल को है। 11 अप्रैल को विजया दशमी, अपराजिता पूजा व कलश विसर्जन किया जाएगा । रमना स्थित राज राजेश्वरी मंदिर सहित जिले के अन्य मंदिरों में कलश स्थापना के साथ माता के नौ रूपों की पूजा प्रारंभ होगी । ज्योतिष मर्मज्ञ-पंडित प्रभात मिश्र व पंडित विवेक तिवारी ने बताया कि नवरात्रि में हर व्यक्ति को अपनी सुख-समृद्धि की कामना के लिए शक्ति की देवी दुर्गा की उपासना करनी चाहिए। इस बार देवी का आगमन घोड़ा पर होगा । यह राजाओं में युद्ध का संकेत है । देवी का गमन महिष (भैस) पर होगी। इससे देश में रोगियों की संख्या बढ़ सकती है। शोक की भी वृद्धि हो सकती है । 
चैत्र नवमी को हुआ भगवान श्रीराम का जन्म 
चैत्र मास की शुक्ल पक्ष नवमी को भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इस दिन रामनवमी मनाया जाता है। यह
10 अप्रैल को पड़ रहा है। इस दिन पूरे देश में श्रीराम जन्मोत्सव की धूम रहती है। यह दिन अंतिम नवरात्र होने के कारण भी काफी महत्वपूर्ण है। देवी की विशिष्ट पूजा, हवन और कन्या पूजन भी किया जाता है। 
चैत्र नवरात्र 
02 अप्रैल : कलश स्थापना 
03 अप्रैल : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा 
04 अप्रैल : मां चंद्रघंटा की पूजा 
05 अप्रैल : मां कुष्मांडा की पूजा 
06 अप्रैल : मां स्कंध माता की पूजा 
07 अप्रैल : मां कात्यायिनी की पूजा, विल्वाभिमंत्रन, पत्रिका प्रवेश, निशा पूजा, छठ व्रत में अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य 
09 अप्रैल : महाअष्टमी व्रत 
10 अप्रैल : महानवमी, हनुमत ध्वजदान, हवन 
11 अप्रैल : विजया दशमी, अपराजिता पूजा, कलश विसर्जन 
कलश स्थापना मुहूर्त 
गुली काल मुहूर्त : प्रात: 05.41 से 07.14 बजे तक 
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11.28 से 12.18 बजे तक 
चर योग : दोपहर 11.53 से 01.26 बजे तक 
लाभ योग : दोपहर 01.15 से 02.59 बजे तक 
अमृत योग : दोपहर 02.59 से शाम 04.32 बजे तक 

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :